सोमवार, 18 नवंबर 2024

सर्दियों में ताकत बढ़ाने के उपाय (healthy food diet for winter)

शीत ऋतु के चार महीने शक्ति निर्माण के काल होते हैं। इस ऋतु में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ पूरे वर्ष शरीर को स्वास्थ्य और शक्ति प्रदान करते हैं। इसलिए पौष्टिक भोजन के साथ-साथ खजूर, सौभाग्य शुंठी पाक, अश्वगंधा पाक, बल्य रसायन, च्यवनप्राश, पुष्टि टेबलेट आदि शक्ति और पुष्टिकारक पाक तथा औषधियों का प्रयोग करके शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाया जा सकता है। 

निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान देना भी महत्वपूर्ण है:

(1) पाचन शक्ति अच्छी रखना तथा पेट और मन को साफ रखना : भोजन और विचार अच्छे होने चाहिए तथा अधिक खाने की बुरी आदत नहीं होनी चाहिए। केवल आवश्यक मात्रा में ही भोजन करें। दाल के भोजन से आधा घंटा पहले एक गिलास पानी में दो तड़के का रस और एक मुंटवासी का रस पीने से जठराग्नि प्रकट होती है, भूख खुलकर लगती है। इसमें 1 मसाला पुदीना का रस भी मिला सकते हैं। स्वाद के लिए छोटी पुरानी गुड़ वाली दाल ले सकते हैं। शक्तिवर्धक कार्यों (क्षमता से अधिक काम करना या व्यायाम करना, अधिक भूख सहन करना, स्त्रियों से मैथुन आदि) से बचना आवश्यक है। यदि आप कोई रासायनिक पदार्थ खाते हैं, लेकिन संयम नहीं रखते तो आपको कुछ नहीं मिलेगा। अच्छे साहित्य और अच्छे शास्त्रों के ज्ञान का ध्यान करने का प्रयास करें और अच्छे शास्त्रों में लगे रहें। इससे मन बुरे और अविवेकपूर्ण विचारों से मुक्त रहेगा, वीर्य सुरक्षित रहेगा, शरीर मजबूत बनेगा जिससे आपको हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी।

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(2) आहार-विहार में लापरवाही न करना : अधिक उपवास करनारूखा-सूखा आहार लेना आदि से बचें । (3) नियमित तेल-मालिश व व्यायाम : सूर्यस्नान, शुद्ध वायुसेवन हेतु भ्रमण, शरीर की तेल-मालिश व योगासन आदि नियमित करें ।

सर्दी के मौसम के लिए शक्तिवर्धक प्रयोग
·         20 ग्राम सिंघाड़े का आटा या 30 ग्राम गेहूं का रवा (मोटा आटा) लेकर उसमें 5 ग्राम कौंच चूर्ण डालकर घी में भून लें। फिर इसमें दूध और मिश्री मिलाकर दो-तीन उबाल आने पर पी लें। यह शक्तिवर्धक प्रयोग प्रतिदिन सुबह करें।
 
·         250-500 मिली दूध में 2.5-5 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण और 125 मिली पानी डालकर उबालें। जब पानी सूख जाए तो इसे आंच से उतार लें। इसमें मिश्री मिलाकर सुबह पीने से दुबलापन दूर होता है और शरीर स्वस्थ बनता है। अगर आप इसे पचा सकते हैं तो इसमें एक चम्मच शुद्ध घी मिला लें तो सोने पर सुहागा जैसा होगा।
 
·         तरबूज के बीजों की गिरी और बराबर मात्रा में मिश्री को पीसकर एक बोतल में भर लें। इस मिश्रण को 10-10 ग्राम सुबह-शाम चबाकर खाएं। इसका लगातार 3 महीने तक सेवन करने से शरीर मजबूत, सुडौल, सुडौल और शक्तिशाली बनता है।
 
 
·         50 ग्राम सिंघाड़े के आटे को शुद्ध घी में भूनकर हलवा बनाकर 60 दिनों तक प्रतिदिन सुबह नाश्ते में सेवन करें। आधे घंटे बाद गर्म पानी पी लें।
 
·         दो खजूर लें, बीज निकालकर उनमें शुद्ध घी और एक-एक काली मिर्च भर दें। इन्हें नियमित रूप से गुनगुने दूध के साथ एक महीने तक लें। इससे शरीर मजबूत और शक्तिशाली बनेगा, ऊर्जा मिलेगी।
 
 
·        5 खजूर को अच्छी तरह धोकर बीज निकाल दें। इन्हें नियमित रूप से 350 ग्राम दूध के साथ सेवन करने से शरीर शक्तिशाली बनेगा और मांसपेशियां मजबूत बनेंगी तथा वीर्य गाढ़ा होगा और शुक्राणुओं की संख्या बढ़ेगी।

 


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